बदलती संस्कृति-हंसराज हंस
भारतीय संस्कृति पूरी दुनिया में जानी व मानी जाती थी। क्योंकि हमारी संस्कृति वसुधैव कुटुंबकम की र…
भारतीय संस्कृति पूरी दुनिया में जानी व मानी जाती थी। क्योंकि हमारी संस्कृति वसुधैव कुटुंबकम की र…
गांव से आए हो बताओ क्या हाल है मेरे गांव के क्या अब भी वैसा ही है मेरा गांव । पगडंडियां …
कब तक करोगे भ्रूण हत्या कब तक मारोगे मां की कोख पर लात कब तक रोकोगे इंसान के जन्म को तुम …
दर्द मीठा होता है बात कड़वी होती है कभी कभी बात मीठी होती है दर्द कड़वा होता है कड़वे दर्द क…
बड़ी बेरहमी से पीटी जा रही थी एक लड़की शिकारी को अत्यंत थका देने के बाद पीटा जाता है जैसे …
डर कर मौत को गले लगाना क्यों। मर के मसला कभी हल नहीं होता।। जंग जिंदगी का ताउम्र जारी रखना। …
आओ धरती पर स्वर्ग बनाएं ढूंढ लाए कहीं से कान्हा सुदामा को अपना दोस्त बनाएं। थोड़ी सी ले…
सच मानिए एक औरत मेरे भीतर हमेशा से रहती है। कभी बहुत प्यारी सी कभी बहुत क्रूर कभी कपड़ों …
हिन्दी अनुवाद उपलब्ध 👇 Whatever you may have For an abode Keep a corner Ear marked For Laughin…
कवि जी.एल. चित्रकूटी पहाड़ निरंतर छलनी हो रहे हैं नदियों की प्यास गहराती जा रही है पेड़ भयानक …
पगडंडिया अपनी पदचाप सुनना मुड़कर अपने पैरों के निशान देखना कितना मधुर लगता है । झाड़ियों से…
बाइक स्कूटी मोटरकार। चक्के सबके दो दो चार।। जेब लूट ली कोरोना ने।। खड़े पंक्चर हुए बेकार।। बार…
बुढ़ापा छोड़ो जवान बनो। बुढ़ापा छोड़ो तूफान बनो। मुश्किलों के बाण चलाओ। बुढ़ापा छोड़ो कमान बनो।…
विश्व रक्तदाता दिवस 2021 : हर साल 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस यानी वर्ल्ड ब्लड डोनर डे…
मानव जीवन महामारी, अकाल, दुर्भिक्ष, बाढ,़ भूकंप, सुनामी, भूस्खलन, ज्वालामुखी का विस्फोट जैसी …
मुझे सुकून तलाशना होता है। मैं जा बैठता हूँ कहीं एकांत में जंहा पहुँच न सके नासा की नज़र भी। मगर …
“ले मशाल चल पड़े हैं लोग मेरे गाँव के” के रचनाकार और जनपक्षधर कवि- गीतकार बल्ली सिंह चीमा ( Ball…